Ghost in Old Fort|पुराने किले में राजा की भटकती आत्मा का कहर|Hindi|Real Horror Stories|

Real Horror Stories के अगले क्रम में हम आज आपके लिए लेकर आए हैं एक और नई भूतिया कहानी, जो आपको इस बात पर सोचने को मजबूर कर देगी की क्या आखिर ये भूत प्रेत सच में होते हैं।

यह कहानी हैं भारत में घूमने के लिए आए हुए एक विदेशी दल की, जो अमेरिका से प्राचीन भारत की कुछ अद्भुत कारीगरी के नमूनों को देखने आए थे।
यह घटना 2016 की है जब एक अमेरिकन लोगों का समूह भारत में राजस्थान भ्रमण के लिए आया हुआ था। उन लोगों को राजस्थान की अद्भुत शिल्प कला का निरीक्षण करना था एवं उनकी बारीकियों का अध्ययन करना था।
 यह समूह जो अमेरिका से राजस्थान में शिल्प कला पर अध्ययन करने के लिए आया था, यह वहां की एक बड़ी नामी University का विद्यार्थियों का समूह था जो कुछ पत्थरों की संरचनाओं को विस्तार से जानने के लिए Rajasthan आए थे।

King’s Spirit in Old Fort

 यह समूह राजस्थान में कई जगह पर घुमा और अनेक किलो और राजा महाराजाओं के महलों का निरीक्षण किया एवं वहां की बारीक कारीगरी को जाना। ऐसे ही घूमते घूमते इन लोगों ने राजस्थान में बिना किसी Guide के घूमने का फैसला किया।
 यह सब लोग राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के अंदर भ्रमण कर रहे थे और वहां पर बनी हुई हवेलियों और कुछ प्राचीन किलो का निरीक्षण कर रहे थे।  इस समूह में दो अध्यापक सात लड़के और 5 लड़कियां थी। यह सारा ग्रुप अपने निजी वाहनों में भ्रमण किया करता था एवं इन्हीं निजी वाहनों में उनके रुकने की व्यवस्था भी थी ताकि इन्हें होटल वगैरा लेने की परेशानी का सामना ही नही करना पड़े।
 Rajasthan के शेखावाटी में जब ये लोग घूम रहे थे रहे थे तब एक गांव से दूसरे गांव में जाकर वहां पर बनी पुरानी हवेलियों और किलो को देखते देखते इन्हे काफी समय बीत चुका था और Local लोगों की इन हवेलियों और पुराने किलों के बारे में जो कहानी सुनने को मिलती उसे सुनकर यह थोड़ा हंस भी रहे थे और उन लोगों को मजाक में ले रहे थे।
यह सब आधुनिक पढ़े लिखे लोगों का समूह था जो इन सब बातो में नहीं मानता था। ऐसे ही एक गांव में यह घूमते घूमते पहुंचे और उस गांव में गांव के बाहर की तरफ  बने किले की बारीकियों को जानने के लिए उस गांव के लोगों से पूछताछ करने लगे। 
गांव के लोगों ने उन्हें बताया कि इस खंडहर में पिछले 15 सालों से कोई नहीं गया है और यहां पर कुछ बुरी शक्तियों का निवास है। इसलिए आप भी वहां पर जाने का कष्ट ना करें आपको दिक्कत हो सकती है, परंतु इन लोगों पर तो आधुनिकता का भूत सवार था और उसके कारण इन लोगों ने स्थानीय लोगों की बातों को नजरअंदाज करके उस किले के बारे में विस्तार से जानने का निश्चय किया और लगभग शाम के समय सभी लोग वहां पर पहुंच गए।
 इन लोगों ने अपनी गाड़ियों को किले के पास में ही Park कर दिया और अपना खाना पीना खत्म करके किले को जानने के लिए किले के अंदर चले गए।
 इस किले के बारे में स्थानीय लोगों का कहना था कि राजा की हत्या होने के बाद में इस किले को शापित बताया जाता है और आज भी अकेले में कोई इस किले में रात गुजार नहीं पाता है, परंतु स्थानीय लोगों की बात को नजरअंदाज करने के बाद यह सारा समूह इस किले के अंदर ही रात गुजारने के के लिए रुकने का निर्णय लेता हैं।
इस किले के अंदर जो पहले गए थे उनके साथ इस किले से वापिस आने के बाद बहुत बुरी घटनाए हुई थी। विधार्थियों का ये समूह किले के अंदर चला गया। किले के अंदर बनी Paintings  को देखकर सबका मन खुश हो गया।
इस किले के अंदर राजा महाराजाओं के समय का समय ज्यों का त्यों रखा हुआ था। इस किले के अंतिम राजा को इसके अंदर उन्ही के सेना के सैनिकों ने मार डाला था जिसके बाद इस राजा की आत्मा महल के अंदर ही भटकती रहती हैं।
हवाओ का शोर अब ज्यादा बढ़ चुका था और अंधेरा भी हो चुका था। 
Student’s को अब ये महसूस होना शुरू हुआ की बाहर शायद मौसम बदल चुका हैं और बरसात आने की भी संभावना हैं। महल के अंदर बने कमरों के दरवाजे और खिड़कियां अब जोर जोर से अपने आप हवा के कारण खुलने बंद होने लगी थी। 
एक अजीब सा सन्नाटा पूरे किले में पसरा हुआ था और कुछ अजीब सी आवाजे भी अब महल के अंदर इन सबको सुनाई देने लगी थी।

Kya kile me sach me bhoot tha??

मौसम बार बार बदल रहा था कभी बहुत तेज हवा चल रही थी तो कभी एकदम शांति जेसे अगर कोई सुई भी गिरा दे तो की भी आवाज आएगी। किसी के चलने और भागने को आवाजे महल के अंदर से आ रही थी। एक लड़का बाहर देखने के लिए गया की बाहर मौसम केसा हैं।
किले के बाहर मौसम अब बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा था। पेड़ो का एक पता भी नही हिल रहा था और आसमान में तारे दिखाई दे रहे थे। लड़का वापिस अंदर आया और अंदर आते ही हालत कुछ और ही थे अंदर ऐसा लग रहा था की बाहर से बहुत तेज हवाएं आ रही हैं। 
इतने में उनमें से एक लड़की को थोड़ी दूर पर रखे हुए राजसी गद्दों पर किसी के बैठे होने की परछाई दिखाई दी, उसके चिल्लाने पर बाकी सब ने उसकी तरफ देखा तो देखकर हैरान रह गए, कुछ क्षणों के लिए सबको ऐसा लगा की कोई इंसान जेसी आकृति में बनी परछाई उन राजसी गद्दों पर बैठी हुई हैं जो इस किले में रहने वाले  के समय से ही यहां पर रखे हुए थे 
किले के अंदर भयानक आवाजों का स्वर तेज हो चुका था,सामान्यतया सुनने में ऐसा लग रहा था की कोई व्यक्ति को खुद को बचाने को गुहार लगा रहा हैं ओर कुछ ही क्षण में यह आवाज बिलकुल परिवर्तित होकर क्रोध में बदल जाति है।
कुछ student’s अब थोड़ा डरने लगे थे पर साथ में आए हुए बाकी लोग अभी भी अपनी हिम्मत बनाए हुए थे।
कमरों के  अंदर रखा हुआ समान अपने आप हवा में उड़ रहा था। कमरे में रखा हुआ Bed हवा में उल्टा लटक रहा था। 
*यहां से निकल जाओ” यह आवाज बहुत क्रोध और नजदीक से सबको सुनाई दी और इस सुनते ही अधिकांश लोग किले के बाहर की ओर भागने लगे, अब किले के अंदर केवल एक Teacher और एक लड़का बचा था। 
किले के बाहर जब वो दोनो निकले तो उनकी हालत ऐसी हो चुकी थी की खुद से चला भी नहीं जा रहा था, दोनो एक दूसरे को पकड़ कर महल से बाहर निकल रहे थे। 

Real indian horror stories

जो लोग पहले किले से बाहर आ गए यह उन्होंने उन्हे गाड़ी में बैठाया और पास के ही किसी Hospital ले जाने लगे।
Hospital से Discharge होने के बाद उन दोनो ने अपनी कहानी उन सबको बताई की कैसे एक परछाई ने उन्हे हवा में उल्टा लटका कर महल में रखे हुए सामान से मारा। 
किले से बाहर आने के बाद से जीतने भी लोग किले के अंडे गए थे उन सबके साथ अजीब हरकते होना शुरू हो गई थी।
रात में कभी कभी उन लोगों को उस किले के अंदर होने वाली घटनाए फिर से दिखाई दे रही थी।
2 लड़किया इस कदर बीमार हो चुकी थी की उन्हें Blood चढ़ाना पड़ा। दोनो लड़कियों के शरीर में अचानक से खून की बहुत कमी आ गई थी।
एसे ही बाकी ग्रुप के सदस्यो को भी अजीबोगरीब बीमारियां हुई और उन्हे कई महीनो तक अस्पताल में रहना पड़ा।
इन सब परिस्थितियों से गुजरने के बाद उन्हें गांववालो की दी हुई हिदायत की खूब याद आई।
इस घटना के बाद इस ग्रुप के सभी सदस्यों को यह विश्वास पूर्णतया हो चुका था की इस दुनिया में इंसानी सभ्यता के अलावा भी अन्य कोई दूसरी सभ्यता वास करती हैं जो बस हमे आंखो से दिखाई नही देती परंतु अस्तित्व रखती हैं।
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