नमस्कार
Real Horror Stories के अगले क्रम में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं डर और रोमांच से भरी हुई एक और नई कहानी।
यह कहानी देश के एक बड़े Government Hospital की हैं। जिसमे एक परिवार के साथ क्या भूतिया घटनाएं हुई आज हम उन्ही के बारे मे बात करेंगे। गोपनीयता के कारण नाम परिवर्तन कर दिए गए हैं।
Ghost Of Government Hospital
देश के क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़े राज्य Rajasthan के Jaipur के एक बड़े हॉस्पिटल की यह कहानी हैं।
आगे की कहानी जानिए आप खुद उन्ही से जिनके साथ ये घटना हुई थी, हम आपको पीड़ित के नजरिए से ही पूरी घटना का कहानी रूपांतरण बताते आए हैं और ईश्वर ने चाहा तो आगे भी हमेशा करते रहेंगे।
Haunted Hospital
मेरा नाम Tejpal हैं और में राजस्थान के ही Udaipur का रहने वाला हूं, यह घटना मेरे साथ करीबन आज से 3 साल पहले घाटी थी जब में अपने पिताजी के साथ Rajasthan के सबसे बड़े Government Hospital में उनका इलाज कराने गया था।
पिताजी की जब तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो उन्हें उदयपुर से जयपुर के लिए Refer कर दिया गया था। में अपने पिताजी को Udaipur से Ambulance में जयपुर के उस अस्पताल में ले आया। इस Hospital के अंदर चिकित्सक बहुत अच्छे और अनुभवी हैं। पुराने अस्पताल में जहां पिताजी की तबियत में 15 दिन तक भर्ती रहने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ था वहीं यहां आते ही उनकी तबियत के अंदर एक दिन के अंदर ही सुधार होने लगा।
पिताजी की बीमारी को देखते हुए Doctor की सलाह पर उन्हें अस्पताल में ही भर्ती करवाना पड़ा।
जेसे जेसे दवाइया लगनी शुरू हुई पिताजी की तबियत में सुधार होने लगा।
रात को भी अस्पताल में पिताजी के साथ में ही रुका था। में हनुमान जी का बहुत बड़ा अनुयाई हूं उन्हें सब कुछ मानकर मेने अपनी परेशानी उन्हें ही सौंपकर पिताजी के जल्दी से जल्दी सही होने की ईश्वर से कामना करने लगा।
पिताजी की तबियत ज्यादा खराब थी इसलिए मेरे बड़ी बहन जो शादी के बाद अपने पति के साथ विदेश में रहती थी वह भी भारत वापस आ चुकी थी।
पिताजी को Hospital 🏥 में भर्ती करवाई हुए 4 दिन बीत चुके थे और उनकी तबीयत मैं भी अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा था।
बहन और उनके पति विदेश से आने के बाद घर जाकर सीधे अस्पताल आ गए और मुझसे बोले, अभी रात में हम पिताजी के साथ रहेंगे आप घर जा सकते हैं आप भी थक गए होंगे।
इतने दिन से अस्पताल के अंदर रहने के बाद दिमाग के अंदर अजीब सी बाते चलती रहती हैं परंतु फिर भी थोड़ा बहुत आराम तो मुझे भी करना जरूरी था नहीं तो अस्पताल में दवाइयों की सुगंध से मुझे भी बीमार हो जाना था।
इसलिए मैं बहन और जीजा जी के आने के बाद में एक होटल लेकर उसमें चला गया और वहां पर नहा धोकर आराम किया।
दूसरे दिन सुबह की बात है जब मैं Hospital वापस गया तो बहन थोड़ा डरी हुई थी। मैंने उससे इसका कारण जानना चाहा तो उसने बताया कि रात को जब मैं पिताजी के साथ वार्ड के अंदर थी उस समय देर रात को कोई परछाई पिताजी के सिरहाने खड़ी हुई थी और वह थोड़ी बहुत देर के लिए नही जबकि उस परछाई को मैंने काफी देर तक पिताजी के सर के पास में खड़े देखा था और फिर वह अचानक से कहीं गायब हो गई थी। मेरी बहन सोच में पड़ गई थी की आखिरी हो क्या गया था??
What was that in Hospital room??
दूसरे दिन अस्पताल में मैंने बहन को ना भेजकर मैं खुद ही रात में रहा और बहन और जीजा जी होटल में चले गए, क्योंकि मैं अस्पताल में बहन के आने से पहले भी तीन से चार दिन रहा था रात में, परंतु उस समय कोई भी ऐसी परछाई या ऐसी कोई हरकत हमारे वार्ड के अंदर नहीं हुई थी जिसमें पिताजी को भर्ती किया गया था।
आज मैंने इसके बारे में पता लगाने का सोचा कि आखिर यह बहन का कोई भ्रम ही था या फिर कोई ऐसी परछाई वहां घूम रही थी??
रात को Doctor के Routine चेकअप के बाद मैंने पिताजी को वार्ड के अंदर अकेला छोड़कर उनके गेट के बाहर एक कुर्सी के ऊपर बैठ गया और आज रात में वहां पर होने वाली हरकतों को देखने के लिए मैंने एक छोटा सा कैमरा वहीं वार्ड के अंदर छुपा कर रख दिया था।
जिससे रात में कमरे के अंदर होने वाली वाली हरकतों को मैं लगातार देख सकूं। मुझे कमरे के बाहर बैठे हुए करीबन 3 से 4 घंटे बीत चुके थे और मैंने एक बार अंदर जाकर वार्ड में जाके चैक करने का सोचा की आखिर जो बहन कह रही थी वो सही हैं या गलत ??
वहम भी हो सकता था बहन का, परंतु जब मेने अंदर जाके देखा तो आज सच में मुझे भी एक परछाई सी पिताजी के बेड के पास खड़ी दिखी, ओर जैसे ही में उसकी तरफ जाने लगा वह अचानक से गायब हो गई।
मेने दूसरे दिन सुबह यह बात Hospital में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों और अन्य रोगियों के साथ आए घरवालों से की तो एक चौंकाने वाली बात मुझे पता चली की यह परछाई सिर्फ हमे ही नही दिखाई दे रही थी बल्कि वहां काम करने वाले कई लोगो को निरंतर दिखाई दे रही थी और आज से नहीं पिछले कई सालों से यह परछाई अस्पताल में आने वाले रोगियों को अक्सर दिखाई दे जाति थी।
दूसरे दिन की बात है रात बहुत ज्यादा हो चुकी थी और हमारे पास वाले कमरे के अंदर एक बहुत ही गंभीर रोगी भर्ती था। इसकी तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी, जबकि Medical Report के अंदर उसके शरीर के अंदर कोई दिक्कत नहीं थी। मैं रात को देर तक Hospital के Corridor के अंदर घूम रहा था तभी मुझे किसी के चीखने की आवाज सुनाई दी, जब मैंने Corridor से बाहर जाकर देखा तो जहां से आवाज आई थी वहां पर कोई भी नहीं था, जबकि वह आवाज ऐसी थी जैसे किसी को बहुत भयंकर चोट लगी हो और वह दर्द से चीख रहा हो।
थोड़ी देर में हमारे पास वाले कमरे से ही उसे रोगी के घरवालों की रोने चिल्लाने की आवाजें आने लगी थी रात में Duty पर जो डॉक्टर थे उन्होंने जब जाकर मरीज को चेक किया तो वह मरीज अब इस दुनिया से विदा हो चुका था, उसकी मौत का कारण दिल का दौरा था, आप विश्वास नहीं करोगे उस व्यक्ति की उम्र करीबन 30 से 35 साल के बीच थी परंतु उसके जो बीमारी थी, उसके कारण उसकी मौत नहीं हुई जबकि दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई जो कि एक चिंता विषय था।
Patient deaths continues in that horror room of hospital
उसके घर वालों ने अस्पताल के अंदर बहुत हंगामा किया।
जिस व्यक्ति को दिल से संबंधित कोई बीमारी नही थी उसकी मौत दिल के दौरे से हो जाना कुछ अजीब सा था। डॉक्टर्स ने जब उसके मृत शरीर की जांच की तो पता चला की उसके दिल ने अचानक से डर जाने के कारण धड़कना बंद कर दिया था, डॉक्टर का कहना था की उसने कुछ ऐसा देख लिया होगा जो बहुत ही डरावना था और इसी कारण उस मरीज की मौत हुई हैं।
इस घटना के 1 दिन बाद फिर से अस्पताल के उसी कमरे के अंदर एक और मरीज आया, उसकी भी मौत कुछ ऐसे ही हुई, अचानक से दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। अस्पताल के अंदर पिछले 1 महीने में लगातार ऐसी मौत हो रही थी जिससे वहां पर आने वाले मरीजों का अस्पताल के ऊपर से विश्वास उठ चुका था परंतु कुछ लोगों को यह घटनाएं कुछ और तथ्य की तरफ इशारा कर रही थी। अस्पताल के उसी कमरे के अंदर लगातार मौत क्यों हो रही थी??
और वह भी सिर्फ दिल का दौरा पड़ने से, जो व्यक्ति भयंकर से भयंकर एक्सीडेंट के अंदर अपने हाथ पैर टूट जाने के बाद भी बच गया उसकी भी मौत अस्पताल के अंदर दिल का दौरा पड़ने से उसी कमरे के अंदर हुई तो यह बात किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो रही थी कि आखिर ऐसा क्या है उस कमरे के अंदर??
जो लगातार ऐसी मौत होते जा रही है। मेरे पिताजी का कमरा उस कमरे के पास वाला ही था इसीलिए शायद वह परछाई वहां पर दिखाई दे रही थी। मैंने भी उस कैमरे की रिकॉर्डिंग देखने का सोचा, मैंने अपनी बहन को होटल से Laptop लेकर बुलाया और जब हमने Laptop में Camera Recording डालकर देखी तो हम दंग रह गए।
उसके अंदर एक इंसान की तरह की परछाई उस कमरे के अंदर चारों तरफ चक्कर लगा रही थी और बार-बार उस बेड की तरह की जा रही थी जहां पर मेरे पिताजी सो रहे थे।
उस रात को पास वाले कमरे के अंदर किसी दूसरे मरीज को भर्ती किया गया था और वह एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति थे जिनकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी।
जिन्हें किसी दूसरे जिले से रेफर करके इस अस्पताल के अंदर भेजा गया था। इस महीने लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के कारण अस्पताल के अंदर भी उस कमरे का खौफ कुछ ज्यादा ही बढ़ चुका था। अस्पताल के कर्मचारी और उस मरीज के साथ आने वाले घरवालों के बीच में जो बातचीत हुई तब उन्हें पता चला कि इस कमरे के अंदर पिछले 1 महीने में लगातार कई लोगों की मौत हुई है तो वह भी थोड़ा सा डर गए थे।
रात में मैंने और उसी Corridor में बाकी जो कमरों के अंदर मरीजों के साथ घर वाले आए हुए थे उनमें से तीन से चार लोगों ने रात में उस कमरे की निगरानी करने का सोचा और इस बारे में पता लगाने की कोशिश की कि आखिर इस कमरे के अंदर दिक्कत क्या है??
और यह हरकत आखिर क्यों हो रही है??
Hospital Horror stories Indian
अब हम सभी लोग रात को उसी कमरे के अंदर थे। रात को बहुत देर हो चुकी थी और उस कमरे के अंदर अजीब अजीब सी हरकते होना भी शुरू हो चुकी थी, कमरे की लाइट बार-बार बंद हो रही थी, कुछ आवाजें भी हमें बार-बार सुनाई दे रही थी।
जो हमारे आसपास से आ रही थी परंतु आवाज निकाल कौन रहा था यह हम पता नहीं लगा पाए। हमने बहुत कोशिश की परंतु हमें यह नहीं पता लगा पाए कि आखिर उस कमरे के अंदर था क्या?? और हमारे देखते ही देखते वह मरीज भी अपने प्राण गवा बैठे।
इस घटना के दूसरे दिन ही मेरे पिताजी को Hospital से छुट्टी मिल चुकी थी और मैं उन्हें Hospital से Discharge करवा कर घर पर लेकर आ चुका था। मेरे दिमाग से अस्पताल की उस कमरे के अंदर हो रही घटनाओं का जो चल चित्र छप चुका था, वह भुलाए नहीं भूल रहा था।
मेने आपने जान पहचान में जो इन सब के बारे में थोड़ा ज्ञान रखते थे उनसे जानने की कोशिश की, की आखिर Hospital में ऐसा क्या था जो उस कमरे के अंदर आने वाले मरीजों को बार बार मार रहा था जबकि उसके आस पास के कमरे में आने वाले भयंकर रोगी से पीड़ित मरीजों को कुछ नही हो रहा था।
मेरे जान पहचान में ही एक व्यक्ति थे जो एक Paranormal Investigator थे, उन्होंने मुझे बताया की हो सकता हैं उस कमरे के अंदर कोई ऐसी आत्मा हो जो अपने अंतिम समय में उसे कमरे से भावनात्मक रूप से जुड़ चुकी हो, और उस कमरे के अपनी मौत के बाद भी अपना ठिकाना मानती हो, इसीलिए वह उस कमरे के अंदर आने वाले हर मरीज को मार देती थी जिससे वह कमरा जल्दी से खाली हो जाए।
मुझे एक बात पर तो अब विश्वास हो चुका था की आत्माए सच में होती हैं।
What was the real reason behind patient death in Horror Room of Hospital 🏥
उस घटना को काफी समय बीत चुका था और मुझे पिताजी का Checkup करवाने के लिए वापिस Hospital लेकर जाना था। जब में पिताजी को Hospital में वापिस लेकर गया था तो जिज्ञाशावश में उस कमरे के तरफ चला गया जहां उस समय लगातार मौत हो रही थी मरीजों की, मेने वहां पर देखा कि उस कमरे को अब ताला लगा कर हमेशा के लिए बंद कर दिया गया था।
जब मेने वहां काम करने वाले कर्मचारियों से पूछा था तो पता चला की उस कमरे के अंदर कुछ अजीब सी हरकते होती थी इसलिए अब उसे कमरे को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया हैं।
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