पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार जब किसी की मृत्यु होती हैं तो उसके शरीर में से आत्मा अलग होकर अपने अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान कर जाती हैं। इस प्रक्रिया को हर धर्म में लगभग समान रूप से बताया गया हैं, ओर विज्ञान भी इस रहस्य को सुलझाने में आज तक नाकामयाब रहा हैं की इंसान की मृत्यु के बाद आत्मा का क्या होता हैं??
आखिर मृत्यु होती ही क्यों हैं ये समझने में विज्ञान को भी नाकामी ही हासिल मिली हैं आज तक।
जब इंसानी दिमाग परिपक्व होना शुरु होता हैं और किसी से कहानियां सुन के हर इंसान चाहे वो बच्चा हो या बड़ा, एक जिज्ञासा हमेशा मन में आती ही हैं की आखिर
“Kya Bhoot Hote Hain??
बचपन में दादी और नानी से कहानियां में जब भी किसी आत्मा का या SuperNatural Powers का जिक्र होता हैं तो मासूम मन सहम सा जाता हैं और ये स्वाभाविक सा हैं। हमारे मन में जिज्ञासा भी होती है की आखिर ये
Bhoot Kaise Hote Hain??
हर धर्म में किसी न किसी रूप से आत्मा और अन्य शैतानी ताकतों का जिक्र जरूर होता हैं और इस संसार में करोड़ों लोगों ने इन शक्तियों को महसूस भी किया हैं।
कुछ परिवार तो ऐसे हैं जो इन आत्माओं वजह से बर्बाद हो चुके हैं। Kya Bhoot Pret Sach Me Hote Hain??
ईश्वर ने जब इस श्रृष्टि का निर्माण किया था तो हर एक तरह के प्राणियों को और प्रजातियों को रहने के लिए आश्रय दिया था, हमारे साथ कुछ हिस्सा वो भी बांटते हैं बस हम समय के छोर के इस तरफ होते हैं तो वो आत्माएं Super Natural Powers समय के छोर के उस तरफ होती हैं।
कई बार कुछ लोगों के साथ समय का ऐसा सामंजस्य बैठता हैं की हमारी ओर उनकी टक्कर हो ही जाती हैं।
इंसान की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा उसके द्वारा किए गए अच्छे और बुरे कर्मो के आधार पर अगले पड़ाव के लिए चयनित होती हैं अगर किसी के कर्म अच्छे होते हैं तो उन्हें इस योनी को नही भोगना पड़ता जबकि अगर किसी की अकाल मृत्यु हो जाती हैं या कर्म अच्छे नहीं हैं तो उसकी आत्मा उसके शरीर से अलग होने के बाद उसका समय पूरा होने तक इस योनी में भटकती रहती हैं। कुछ आत्माए बहुत ज्यादा शक्तिशाली हो जाती हैं और वो किसी का नुकसान भी कर सकती हैं।
Bhoot Kaise Dikhte Hain??
हर इंसान जो परालोकिक शक्तियों में विश्वास रखता हैं या अगर किसी से सुनता भी हैं इन सब के बारे में तो आखिर इंसान के अंतर्मन से एक सवाल बाहर आ ही जाता हैं की आखिर Ye Bhoot Dikhte Kaise Hain??
विज्ञान की नजरों में देखे तो आत्मा का वजन लगभग 20 ग्राम होता हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने एक इंसान जिसकी शारीरिक स्तिथि गम्भीर थी उसे एक शिषे से बंद बॉक्स में रखा गया जिसम उस इंसान के वजन को नापा गया इस रिसर्च से ये पता चला की उस इंसान की मृत्यु होने के बाद उसके वजन में 20 ग्राम की कमी हुई थी। उसके बाद वैज्ञानिकों ने ये मत दिया की आत्मा का वजन लगभग 20 ग्राम होता हैं।
भूतो का कोई शरीर नही होता हैं, यह एक तरीके से हवा हैं।
तंत्र विज्ञान के अनुसार भूत या आत्मा एक हवा का रूप हैं जिसका कोई शरीर नही होता हैं। इनको एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए किसी माध्यम की जरूरत नहीं होती हैं ये वायु के सात भ्रमण कर सकते हैं।
क्या भूत किसी के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं उस पर काबू कर सकते हैं??
अवश्य, तंत्र विज्ञान और इन परालोकिक शक्तियों के बारे में विस्तार से जानने और पुस्तको और ग्रंथो को पढ़ने से पता चलता हैं की भूत प्रेत या आत्माए किसी शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं परंतु अगर आपका आत्मविश्वास और सात्विक चक्र मजबूत हो तो आत्माए आपके शरीर को काबू में नहीं कर सकती।
मेने काफी लोगो को करीब से देखा हैं जो इन परालोकिक शक्तियों के संपर्क में आने से अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे।
अगर कोई इंसान मानसिक रूप से मजबूत रहता हैं और उसका सामना कभी इन शक्तियों से हो भी जाता हैं तो ये शक्तियां उस इंसान पर हावी नहीं हो पाएंगी। हमारी खुद की मानसिक स्थिति हमारा मानसिक बल ही हमे इन शक्तियों से बचा सकता हैं इनके हमारे ऊपर हावी होने से।
आधुनिकता के बहकावे में आकर वर्तमान समय में एक बहुत बड़ा तबका इन सब को अंधविश्वास मानता हैं और इसे अंधविश्वास मानने के पीछे भी बहुत कुछ हैं, कुछ पाखंडी बाबाओं और तांत्रिको की वजह से लोग इन पर विश्वास करना छोर देते हैं, इन पाखंडी लोगो ने आत्माओं के नाम का डर दिखाकर इसे अंधविश्वास का रूप दे दिया हैं, ओर जब वास्तव में ये घटना किसी के साथ हो भी जाती हैं तो आधुनिकता और मानसिक पशोपेंश में इंसान उलझ जाता हैं की
क्या सही हैं??
ओर
क्या गलत??
आज के समय में तो विज्ञान भी इतना ज्यादा विकसित हो चुका है कि कुछ Paranormal Researcher इन उपकरणों का उपयोग करते हैं इन आत्माओं से बात करने के लिए या फिर इनकी चुम्बकीय शक्ति के द्वारा इनकी उपस्थिति को वैज्ञानिक उपकरणों से साबित करते हैं। भारत में गौरव तिवारी वैज्ञानिक उपकरणों के साथ आत्नाओ से बात करना और इन सबके के बारे में रिसर्च करते थे आखिर अंत में उनकी भी रहस्यमई हालातों में मौत हो गई थी।
Bhoot kisi ko mar bhi sakte hain kya ??
ये सवाल कई बार लोग पूछते हैं ओर ये सवाल लगभग हर एक के दिमाग में आता ही हैं। इंसान आधुनिकता के दिखावे के चक्कर में एक हद तक इन सब चीजों को नजरंदाज करता हैं पर जब बात खुद पर आ जाती हैं तो उसे भी अंत में ये मानना पढ़ता है हैं की
Bhoot Hote Hain
जब कोई आत्मा किसी सजीव प्राणी को परेशान करना शुरू करती हैं तो उस प्राणी को मानसिक स्तिथि पर निर्भर करता हैं की वो आखिर कब तक उसका सामना कर सकता हैं।
हमारे द्वारा किए गए पुण्य कर्म ओर सात्विक क्रियाएं भी इन नकारात्मक शक्तियों से हमे बचा के रख सकती हैं।
Kya Bhoot Pret Janwaro Ko Dikhte Hain??
इसके बारे में सबके अलग अलग मत हैं परंतु अगर इस क्षेत्र के बारे में अच्छे से जानने वालो के कथन बताया जाए तो ये संभावना हैं की आत्माए जानवरो को दिखती है।
मुख्यतः जब भी आत्माओं और जानवरों की बात होती है तो कुत्ते बिल्ली और गाय इन तीनों जानवरों का जिक्र अवश्य होता है खा जाता है कि कुत्ते नकारात्मक एनर्जी को अनुभव कर सकते हैं यह इनको देख सकते हैं और कुछ लोगों का तो यह भी मानना है यह उन तांत्रिकों का मानना है जो यह क्रियाए निरंतर करते रहते हैं की आत्माएं जानवरों से वार्तालाप कर सकते हैं।
Kya Billi Bhoot Ho Sakti Hain?? बिल्ली आत्माओं के लिए सबसे सुकम हथियार है इंसानों तक पहुंच बनाने के लिए बिल्ली नकारात्मकता के लिए प्रसिद्ध है और आत्माएं बिल्ली के शरीर पर अधिकार जल्दी जमा सकती है क्योंकि बिल्ली स्वभाव से भीरू होती है जबकि कुत्ता स्वभाव से बहादुर होता है कुत्ता आत्माओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने देता और अपने मालिक को भोंक कर उसके बारे में आगाह भी जरूर करता है।
गाय को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र जानवर माना गया है और हम इसे जानवर नहीं माता का रूप मानते हैं गाय हमारे लिए पूजनीय है हिंदू धर्म के अनुसार गाय में 33 कोटी देवी देवताओं का निवास होता है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार जिस घर के आंगन में गाय का निवास होता है वहां पर नकारात्मकता अपना असर नहीं दिखा पाती है। गाय की सकारात्मक एनर्जी इतनी शक्तिशाली होती है कि वह इन नकारात्मक शक्तियों को घर के अंदर प्रवेश नहीं करने देती।
Rat ko 3 Baje kya Sach me Bhoot Dikhte Hain??
आज के समय में अफवाहों का ज्यादा जोर रहता है सोशल मीडिया के ऊपर कुछ लोगों ने पैसा कमाने के चक्कर में इतनी भ्रांतियां फैला दी है की लोग असली और नकली की पहचान करने में भी भ्रमित हो जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है की रात में 3:00 बजे आत्माएं बाहर आती हैं और किसी का भी नुकसान कर सकती हैं परंतु अगर तंत्र विज्ञान और साधुओं से इस बारे में पता करने पर पता चलता है कि आत्माओं का भी एक समय होता है, हर एक समय और हर एक जगह पर आत्माएं नहीं होती हैं।
कुछ समय ऐसा होता है जब इनका सामंजस्य या इनका टकराव हम इंसानों से हो जाता है रात के 3:00 बजे रात्रि के खत्म होने का और अगला दिन शुरू होने का समय रहता है 1 तरीके से एक प्रहर खत्म होता है और अगला शुरू होता है।
रात को 2:00 से 3:00 बजे तक के समय में इन नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव और बढ़ जाता है इस समय पर यह ज्यादा शक्तिशाली हो जाती है क्योंकि है उनका समय है अगर आपने कभी महसूस किया हो रात को आप सो रहे हो गहरी नींद में और अचानक से एक झटके से आपकी आंख खुल जाती है और जब घड़ी पर आपकी नजर पड़ती है उस समय मिलता है रात के 2:00 से 3:00 के बीच का इसका मतलब है कि उस समय पर कोई नकारात्मक शक्ति आपके आसपास से यादव गुजरी है या आपको घूर कर देख रही है और यह लगभग 95% मामलों में सही साबित हुआ है।
Kya Bhoot Help Bhi Karte Hain??
कुछ ऐसी सच्ची घटनाएं हुई है जिनमें एक जीवित इंसान को एक मरे हुए इंसान ने किसी कार्य में सहायता की हो और यह एक नहीं हजारों बार हुआ है आप किसी भी ग्रामीण इलाके या सुदूर क्षेत्रों में या फिर अपने आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ करोगे तो लगभग 100 में से 5 या 10 बंदे तो ऐसे मिल ही जाएंगे जिनके साथ या जिनके जानने वालों के साथ ऐसी कुछ घटना हुई हो।
कई बार ऐसा होता है कि कुछ आत्माएं सकारात्मक रूप से किसी की सहायता करती है। यह उस इंसान के जीवित रहते समय के चरित्र पर भी निर्भर करता है कि उसके कर्म कैसे थे और उसकी मृत्यु कैसे हो गई थी।
कई बार लोगों ने अपने साथ यह सच्चा अनुभव साझा किए हैं जिनसे पता चलता है कि आत्माओं का भी भावनाएं होती है चाहे वह क्रोध वाली हो या फिर प्रेम वाली।
भारत के अंदर तो ऐसी कई इमारतें हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि इनका निर्माण भूतों ने किया था और एक नहीं करीबन 5 या 10 से ऊपर ऐसी इमारतें अकेले हैं जिनका निर्माण भूतों के द्वारा किया गया है ऐसा किताबों में भी लिखा है।
अब क्या सच है ??
और
क्या झूठ ??
यह तो उस समय पर उपस्थित या जिनके साथ यह घटना हुई थी, वह लोग ही जाने परंतु जब आप अपनी आंखों से कुछ ऐसी घटना अपने जीवन में कभी देखोगे तो आप भी इन चीजों पर विश्वास करने को मजबूर हो जाओगे जिसे की कहा जाता है अगर किसी पत्थर को मनसे आस्था से माना जाए तो भगवान की मूरत है नहीं तो वह एक साधारण पत्थर ही है।
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